विद्युतीय अभियांत्रिकी विभाग

 

महामना पं. मदन मोहन मालवीय ने तत्कालीन महाराजाओं और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के उदारतापूर्ण योगदान के साथ, वर्ष 1916 में बीएचयू की स्थापना की । सर सुंदरलाल ने प्रथम कुलपति के रूप में विश्वविद्यालय को पोषित किया, बाद में पंडित मदन मोहन मालवीय, आचार्य नरेन्द्र देव, सर एस. राधाकृष्णन और कई अन्य महान दूरदर्शी और प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने इस परम्परा का अनुसरण किया ।
 
 
बनारस इंजीनियरिंग कॉलेज (बीईएनसीओ) वर्ष 1919 में आरंभ किया गया, जिसकी सुदृढ़ बुनियाद श्रद्धेय प्रो. चार्ल्स ए किंग,  प्रो. एच. पी. फिलपॉट और प्रो. एम. सेनगुप्ता ने तैयार की थी। समय के साथ-साथ, इसके क्षितिज का विस्तार करते हुए इसमें खनन और धातुकर्म (मिनमेट) के कॉलेज एवं प्रौद्योगिकी के कॉलेज (तकनीकी) शामिल किए गए। अकादमिक मामलों में बेहतर परिप्रेक्ष्य के साथ ही प्रशासनिक निर्णयों में अधिक स्वायत्तता देने के दृष्टिकोण से वर्ष 1968 में इन तीन कॉलेजों का विलय कर इन्हें प्रौद्योगिकी संस्थान का नाम दिया गया था। इसके स्नातक छात्रों को सभी आईआईटी के लिए आयोजित की जाने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के माध्यम से भर्ती किया जाता है।
1919 में बेनको की स्थापना से लेकर वर्ष 1952 तक यहाँ मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की संयुक्त डिग्री प्रदान की जाती थी। 1953 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभागों को अलग कर दिया और संबंधित विषयों में अलग-अलग डिग्री प्रदान की जाने लगी ।

वर्तमान में, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग पाँच स्नातकोत्तर (एम. टेक.) अर्थात्  विद्युतीय मशीनों और वाहनों (ड्राइव्स) (1956 में आरंभ किया गया), पावर सिस्टम्स (1964 में आरंभ किया गया), नियंत्रण प्रणाली (1964 में आरंभ किया गया), विद्युतीय इलेक्ट्रॉनिक्स (1982 में आरंभ) और अंतःविषयक प्रणाली इंजीनियरिंग (1982 में आरंभ) और विद्युतीय इंजीनियरिंग के सभी विषयों में पीएच. डी. पाठ्यक्रम चलाता है। स्नातकोत्तर की डिग्री के लिए, विभाग का पावर इलेक्ट्रॉनिक्स में विशेषज्ञता के साथ पाँच वर्ष का एकीकृत दोहरी डिग्री (2006 में आरंभ) पाठ्यक्रम भी है ।

विभाग को 1988 से यूजीसी के विशेष सहायता कार्यक्रम (एसएपी) और 1995-2000 तक यूजीसी के सीओएसआईएसटी (कोसिस्ट) कार्यक्रम के लिए स्वीकृति दी गई है । इन के अतिरिक्त, विभाग द्वारा डीएसटी, एआईसीटीई, सीपीआरआई और भारत सरकार के अन्य अनुसंधान एवं विकास संगठनों द्वारा वित्त पोषित अनुसंधान परियोजनाएं भी संचालित की जाती हैं ।

पिछले कुछ वर्षों में विभाग का प्लेसमेंट (नियुक्तियां दिलाने) रिकॉर्ड भी बहुत अच्छा रहा है। इस विभाग के छात्र पीजीसीआईएल, आईओसीएल, एचपीसीएल, ट्राइडेंट, रिलायंस, मारुति, जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में नियुक्त जाते हैं। ब्रॉडकॉम, सोनी, आदि इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियां भी नियमित रूप से इस विभाग के छात्रों की भर्ती कर रही हैं। हमारे छात्र नियमित रूप से मॉर्गन स्टैनले, गोल्डमैन सैक्स, सिटरिक्स, ओरेकल, एसआईएसओ जैसी सॉफ्टवेयर कंपनियों में भी शामिल हो रहे हैं। कार्य प्रस्तावों की विशाल संख्या मुख्य रूप से विभाग की बहुमुखी प्रतिभा के कारण संभव है, जो यह सुनिश्चित करता है कि छात्रों को सॉफ्टवेयर, मौलिक (कोर) विद्युतीय, इलेक्ट्रॉनिक और साथ ही गैर तकनीकी कंपनियों के साक्षात्कार में शामिल होने की अनुमति दी जा रही है ।

विभाग के कुछ प्रसिद्ध पूर्व छात्रों में श्री निकेश अरोड़ा वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य वाणिज्य अधिकारी, गूगल, श्री राजीव डोगराः भारतीय राजनयिक, कराची, पाकिस्तान, श्री ज्ञानेश पांडेः पूर्व महावाणिज्यरू सह संस्थापक, सीईओ और सीटीओ हस्क पावर सिस्टम्स और श्री नरला टाटा रावरू पद्मश्री विजेता, भारत के विद्युतीय क्षेत्र के प्रतिष्ठित और वरिष्ठ सदस्य आदि शामिल हैं ।

 

 संकाय सदस्य और उनके विशेषज्ञता के क्षेत्र
 

क्रम संख्या नाम और योग्यता विशेषज्ञता के क्षेत्र
आचार्य
पावर सिस्टम, विद्युत बाजार और विनियमन,
ऑपरेशन और गतिशीलता, वितरण प्रणाली स्वचालन
नियंत्रण प्रणाली, एआई अनुप्रयोग
ईएचवी एसी और डीसी ट्रांसमिशन, फैक्ट्स कंट्रोलर डिज़ाइन एंड एनालिसिस, इंटीग्रेटेड लार्ज पावर सिस्टम ऑपरेशन एंड कंट्रोल, इंटेलिजेंट ग्रिड कंट्रोल, हाई वोल्टेज डीसी ट्रांसमिशन टेक्नोलॉजी, विद्युत नीति और योजना, वितरण प्रणाली योजना और स्वचालन, वितरित ऊर्जा संसाधन और प्रबंधन
विद्युत मशीनें और ड्राइव - रैखिक प्रेरण मोटर्स, विशेष मशीनें, स्थायी मैग्नेट मोटर्स और जेनरेटर। विद्युत मशीनों के सीएडी / फेम विश्लेषण। विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र
पावर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम, एआई और पावर सिस्टम्स में इसका पप्लिकेशन
बिजली  इलेक्ट्रॉनिक्स
पावर सिस्टम, एआई अनुप्रयोगों को पावर सिस्टम, लोड पूर्वानुमान  
विश्वसनीयता इंजीनियरिंग , पावर सिस्टम विश्वसनीयता , विद्युत मशीनें और ड्राइव , विद्युत ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत
वोल्टेज स्टाइबिलिटी स्टडीस
सह-आचार्य
बिजली इलेक्ट्रॉनिक्स
विद्युत मशीनें और ड्राइव
पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक ड्राइव
पावर इलेक्ट्रॉनिक्स , एनर्जी स्टोरेज सिस्टम और इष्टतम बिडरेक्शनल बैटरी चार्जर्स, मॉडलिंग, सिमुलेशन और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम का नियंत्रण, हाइब्रिड नवीकरणीय एसी / डीसी माइक्रो-ग्रिड के लिए पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, पॉइंट ऑफ लोड, ईवी / पीएचईवी इंटरफ़ेस के लिए मॉडलिंग और नियंत्रण नवीकरणीय ऊर्जा और ग्रिड के साथ ।
ग्रिड कनेक्टेड सौर पीवी प्रणाली का डिजाइन और नियंत्रण, नवीकरणीय ऊर्जा, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और पावर पूर्वानुमान में एएनएन आवेदन,
डीजी पवार सिस्टम
सहायक आचार्य
नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियां
प्लाज्मा भौतिकी
सुसंगत विकिरण जनरेशन, टेराहर्ट्ज विकिरण जनरेशन
विद्युत चुम्बकीय,
विद्युत मशीनों और उपकरणों के परिमित तत्व परिमित तत्व विश्लेषण
उच्च वोल्टेज इंजीनियरिंग
कंप्यूटर विज्ञान
नियंत्रण प्रणाली
नियंत्रण प्रणाली
पावर इलेक्ट्रानिक