रसायन विज्ञान विभाग
रसायन विज्ञान विभाग, आईआईटी (बीएचयू) जिसे पहले अनुप्रयुक्त रसायन-विज्ञान विभाग (प्रौद्योगिकी संस्थान) के रूप में जाना जाता था, की स्थापना 1985 में हुई । पहले यह विभाग बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में मूलभूत विज्ञान स्कूल में एक अनुभाग के रूप में कार्य कर रहा था । विभाग का प्रमुख उत्तरदायित्व बी.टेक और एम.टेक कार्यक्रमों में रसायन-विज्ञान पाठ्यक्रमों के षिक्षण का आयोजन करना है । इसके अतिरिक्त, यह विभाग रसायन-विज्ञान के विभिन्न अग्रणी क्षेत्रों में छात्रों को उत्कृष्ट अनुसंधान आधार भी प्रदान कर रहा है ।
रसायन-विज्ञान विभाग औद्योगिकी रसायन-विज्ञान में पांच वर्षीय एकीकृत एम.टेक कार्यक्रम और कार्बनिक, अकार्बनिक, भौतिक और विष्लेशणात्मक रसायन-विज्ञान में पीएच.डी कार्यक्र प्रदान करता है । इस विभाग ने 100 से अधिक पीएच.डी प्रदान की हैं और लगभग 50 छात्र अभी अनुसंधान कर रहे हैं । इस विभाग के अनुसंधान कार्यक्रमों को डीएसटी, सीएसआईआर, बीआरएनएस, यूजीसी और एआईसीटी का समर्थन प्राप्त है । विभाग को हाल ही में अनुसंधान व शिक्षा सुविधाओं की स्थापना के लिए डीएसटी-एफआईएसटी से 85 लाख प्राप्त हुए हैं । वर्तमान में यह विभाग एएएस, एएफएम, यूीव-विज स्पेक्ट्रोफोटोमीटर एफटीआईआर और पाउडर-एक्सआरडी आदि सहित प्राथमिक उपकरणों से सुसज्जित है ।
अनुसंधान के प्रमुख क्षेत्र
कम्प्यूटेशनल कैमिस्ट्री, एडजोर्प्शन और उत्प्रेरक अनुप्रयोगों के लिए नैनोपार्टिकल्स; समग्र सामग्री
कार्बनिक संश्लेषण, कार्बोहाइड्रेट रसायन शास्त्र; फोटोकैलेटिक डिग्रेडेशन
संक्षारण अवरोधक, आंट वियर/ चरम दबाव स्नेहक additives , सेंसर, ऊर्जा सामग्री ।
संकाय सदस्य और उनके विशेषज्ञता के क्षेत्र :
क्रम संख्या | नाम और योग्यता | विशेषज्ञता के क्षेत्र |
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आचार्य | ||
प्रो रश्मी बाला रस्तोगी | संक्षारण अवरोधक, एंटीवायर / चरम दबाव स्नेहक additives | |
प्रो पी सी पांडेय | सेंसर प्रौद्योगिकी, बायोइलेक्ट्रोकेमिस्ट्री, कार्बनिक रूप से संशोधित सिलिकेट आधारित नैनोमटेरियल और ऑप्टोइलेक्ट्रोमिस्ट्री | |
प्रो एस एच हसन | नैनोमटेरियल, परमाणु सामग्री, जल उपचार | |
प्रो वी श्रीवास्तव | सिंथेटिक कार्बनिक और ग्रीन कैमिस्ट्री | |
प्रो वाईसी शर्मा | नवीकरणीय ऊर्जा और जैव-ईंधन, औद्योगिक प्रदूषण से धातु प्रजातियों के अप्टेक के लिए हेट्रोजेस उत्प्रेरक, संश्लेषण और नैनोड्सबर्बेंट्स के अनुप्रयोग, मैक्रोफाईट्स का विकास और विशेषता। | |
प्रो धनेश तिवारी | बायोमेडिएशन, फोटोडराडेडेशन के लिए कंपोजिट्स, सतही कार्यात्मक लौह ऑक्साइड और मेसोपोरस सिलिका का विकास | |
प्रो के डी मंडल | इलेक्ट्रो-सिरेमिक्स, नैनो-सामग्री, सामग्री रसायन विज्ञान, ठोस राज्य रसायन शास्त्र | |
सह-आचार्य | ||
डॉ सुंदरम सिंह | सिंथेटिक कार्बनिक रसायन, माइक्रोवेव असिस्टेड कार्बनिक संश्लेषण | |
डॉ इंद्रजीत सिन्हा | नैनोमटेरियल और कम्प्यूटेशनल कैमिस्ट्री की रसायन शास्त्र | |
सहायक आचार्य | ||
डॉ मनीषा मालवीय | धातु ऑक्साइड नैनोकणों, अक्षय ऊर्जा, फोटो इलेक्ट्रोकैमिस्ट्री, जैव इलेक्ट्रोकैमिस्ट्री, क्षारीय ईंधन सेल का संश्लेषण | |
डॉ जेयकुमार कंडासामी | कार्बनिक संश्लेषण, कार्बोहाइड्रेट रसायन शास्त्र | |
डॉ आशा गुप्ता | ऊर्जा भंडारण उपकरण (लिथियम-आयन, सोडियम आयन बैटरी, सुपरकेपसिटर), विषम उत्प्रेरण, इलेक्ट्रोकैमिस्ट्री, फोटोकैलालिसिस, हरे और अक्षय ऊर्जा के लिए उत्प्रेरक, प्रथम सिद्धांत घनत्व कार्यात्मक गणना | |
डॉ अरिंदम इंद्र | कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण, जैव ऊर्जाग्रस्त ऊर्जा रूपांतरण, धातु कार्बनिक फ्रेमवर्क (एमओएफ) पानी विभाजन के लिए उत्प्रेरक उत्प्रेरक, फोटोकैलेटिक कार्बनिक प्रतिक्रिया | |
डॉ वी रामनाथन | लेजर स्पेक्ट्रोस्कोपी, रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी और इमेजिंग, कम्प्यूटेशनल कैमिस्ट्री |